जूते-चप्पल पहनने से बढ़ता
है दुर्भाग्य
हम जब भी कही बाहर
जाते है तो अक्सर अच्छे कपड़े पहन जाते है और
सही चाहते है कि लेट्स से लेट्स फैशन के कपड़े हमारे पास हो... मैचिग के जूते-चप्पल
हो ताकि हम सब से अच्छे और परफेक्ट लग सके।
जूते चप्पल से
व्यक्ति की पहचान होती है.. बिना इन के हम कही जाने की सोच भी नही सकते पर लेकिन
क्या आप ये जानते है कि जूते-चप्पल पहनना
आपके चमकते भाग्य को दुर्भाग्य मे बदल सकता है। शास्त्रों
में 5 ऐसी जगहों के बारे में बताया गया है, शास्त्रों में
5 ऐसी जगहों के बारे में बताया गया है,
1.तिजोरी के पास- तिजोरी से सामान रखते या निकालते
समय भी जूते-चप्पल उतार देने चाहिए। इस बात का ध्यान रखने से देवी लक्ष्मी की कृपा
हमेशा बानी रहती है।
2.भंडार घर -भंडार घर में जूते-चप्पल का प्रयोग नहीं करना चाहिए। जो व्यक्ति इस बात का ध्यान रखता है उसके घर में कभी भी अन्न की कमी नहीं होती।
3.रसोई घर- अन्न और अग्नि दोनों को ही देव-तुल्य माना जाता है। इसलिए, रसोई घर में जाते समय जूते-चप्पल पहनना गलत माना जाता है। ऐसा करने से अन्न और अग्नि हमसे रूठ जाते है।
4.पवित्र नदी- पवित्र नदियों में स्नान करने से पहले जूते-चप्पल या चमड़े से बनी वस्तुएं उतार देनी चाहिए। जूते-चप्पल के साथ नदी में प्रवेश करना पाप माना जाता है।
5.मंदिर- मंदिर में जूते-चप्पल पहन कर जाने से देवी-देवता रुठ जाते है। इसलिए भूलकर भी मंदिर में जूते-चप्पल से प्रवेश नहीं करना चाहिए।
2.भंडार घर -भंडार घर में जूते-चप्पल का प्रयोग नहीं करना चाहिए। जो व्यक्ति इस बात का ध्यान रखता है उसके घर में कभी भी अन्न की कमी नहीं होती।
3.रसोई घर- अन्न और अग्नि दोनों को ही देव-तुल्य माना जाता है। इसलिए, रसोई घर में जाते समय जूते-चप्पल पहनना गलत माना जाता है। ऐसा करने से अन्न और अग्नि हमसे रूठ जाते है।
4.पवित्र नदी- पवित्र नदियों में स्नान करने से पहले जूते-चप्पल या चमड़े से बनी वस्तुएं उतार देनी चाहिए। जूते-चप्पल के साथ नदी में प्रवेश करना पाप माना जाता है।
5.मंदिर- मंदिर में जूते-चप्पल पहन कर जाने से देवी-देवता रुठ जाते है। इसलिए भूलकर भी मंदिर में जूते-चप्पल से प्रवेश नहीं करना चाहिए।
Raashi ke Tips
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