Friday 5 May 2017

सुहागन महिलाएं करें ये 10 मई को ये काम, मिलेगी खुशहाल गृहस्थी 



हर सुहागन महिला ये चाहती है कि उसके घर मे सुख शांति बनी रहे, उसके सुहाग की उम्र लंबी हो, संतान के जीवन मे की कष्ट ना हो .. सौभाग्यशाली महिलाएं अपने पति की मंगलकामना तथा उनकी दीर्घायु के लिए इस कई तरह के पूजा पाठ और व्रत भी करती हैं तथा यथासंभव वस्तुओं का दान करके पुण्य की भागी भी बनती हैं। आज मै आपको बताऊगी 3 ऐसे काम जिन्हे करने पर अपके पति की आयु लंबी होने साथ आपके घर मे खुशहाली भी रहेगी।

परिवार में खुशहाली लाने के लिए  महिलाएं  पूर्णिमा के दिन स्नान आदि से निवृत होकर रसोई घर मे प्रवेश करे और गैस चुल्हे को या जिस पर भी आप खाना बनाते है उसे अच्छे से साफ करे इस के बाद खीर बनाये और इस खीर मे से एक हिस्सा कौए को खिलायें एक हिस्सा किसी गरीब को दान करे , गरीब को दान ना कर पाये तो किसी मंदिर मे दान करे बाकी बची खीर को घर के सदस्यों को खिलायें।

पूर्णिमा के दिन एक साफ पानी वाला नारियल ले और इसे अपने घर के मंदिर मे एक कलश पर रखे  और नारियल को धुप- दीपक दे और अगले दिन इस नारियल को बहते पानी मे बहा दे।

सुहागन महिलाये इस दिन दुर्गा मां के आगे श्रृंगार का पूरा समान भेटं करे।


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Thursday 30 March 2017

कन्या पूजन के बाद ना करे ये 3 काम...




नवरात्री के पावन दिन मे लोग मां को प्रसन्न रखने के लिये व्रत करते है  नवरात्र के दौरान आठवें दिन सुबह कन्या पूजन का भी विधान है। कुछ लोग नवमी के दिन भी कन्या पूजन करते हैं लेकिन अष्ठमी के दिन कन्या पूजन करना श्रेष्ठ रहता है नवरात्र में जितना दुर्गापूजन का महत्त्व है उतना ही कन्यापूजन का भी है | देवी पुराण के अनुसार इन्द्र ने जब ब्रह्मा जी भगवती दुर्गा को प्रसन्न करने की विधि पूछी तो उन्होंने सर्वोत्तम विधि के रूप में कन्या पूजन ही बताया।

कन्या पूजन के बाद भुलकर भी ना करे ये 3 काम
1.कन्याओं के घर से चले जाने के बाद घर मे सफाई ना करे..यहां तक की झाड़ू भी ना लगाये ये कार्य़ कन्या पूजन से पहले करे।
2.कन्या पूजन के बाद गन्दे कपड़े ना धोये.. ये काम भी एक दिन पहले कर ले।
3.कन्या पूजन के बाद नहाना , सर धोना, नाखुन काटना आदि नही करने चाहिये।

ये तीन काम कभी भी कन्या पूजन के बाद नही करने चाहिये।

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Thursday 16 March 2017

नवरात्रि मे क्या खाएं क्या ना खाएं 


भारत के सभी राज्यो में अपनी-अपनी परंपराओं के अनुसार उपवास किया जाता है। जहाँ एक ओर दिल्ली निवासी सिंघाड़े के आटे की पूड़ी से अपना व्रत सम्पूर्ण करते है वही दूसरी ओर बिहार के लोग फलहार पर उपवास रखते है। आज हम आपको नवरात्र में क्या खाएं क्या न खाएं ? इसके बारे में बातएंगे। नवरात्रि के सामान्य दिनों में आप किसी भी प्रकार के भोजन का सेवन कर सकते है। लेकिन उपवास के दौरान कुछ विशेष खाद्य पदार्थो का सेवन उचित होता है।

1.उपवास के दिन व्यक्ति को फलाहार करना चाहिए अर्थात आप फलो का सेवन कर सकते है। लेकिन इसका मतलब ये नहीं है की आप हर दूसरे मिनट कुछ खा रहे है। उपवास के वाले दिन भूख रहना भी किसी पुराण में नहीं लिखा है। खाये लेकिन केवल 1 से 2 बार।

2.आप दूध, दही आदि का भी सेवन कर सकते है।

3.फलो के जूस का सेवन भी किया जा सकता है।

4.सूखे मेवे भी खा सकते है।

5.दिन में एक से दो बार चाय का सेवन कर सकते है।

6.रात्रि को पूजा आदि के पश्चात् भोजन किया जाता है।

7.बहुत से लोग कुटु या सिंघाड़े के आटे की पकोड़ियों के साथ सब्जी आदि से पाना उपवास खोलते है। नवरात्रि के दौरान यहाँ भोजन में साधारण नमक के स्थान पर सेंधा नमक का प्रयोग किया जाता है। सेंधा नमक को व्रत के नमक के नाम से जाना जाता है। आप चाहे तो दही, साबुत दाने की खीर, और सामक के चावल का भी सेवन कर सकते है। लेकिन इस तरह के भोजन का सेवन केवल एक बार अर्थात रात्रि को ही किया जाता है।

8.कुछ लोग उपवास में नमक से परहेज करते है इसलिए वे नवरात्रि व्रत में भी नमक का सेवन नहीं करते। यहाँ के लोग फल, दूध, दही और पनीर आदि के सेवन से अपने व्रत को सम्पूर्ण करते है। नवरात्रि के दौरान बहुत से लोग कुटु के आटे आदि की पूरी का सेवन भी नहीं करते। वे पूरे नौ दिन फलहार पर रहते है और केवल फलो का ही सेवन करते है। इस दौरान वे अन्न के सेवन से परहेज करते है।

9.कुछ लोग नवरात्रि के दौरान दिन में आलू से बानी पकौडी और चीले भी खाते है। जबकि कुछ लोग पुरे दिन में केवल एक बार भोजन ग्रहण करते है। हर परिवार अपनी-अपन परंपरा अनुसार व्रत रखते है और उसे सम्पूर्ण करते है। इसके अलावा कुछ लोग मीठे पकवान जैसे घीये और मूंगफली की बर्फी का भी सेवन करते है।

नवरात्रि में क्या न खाएं ?
नवरात्र माँ दुर्गा का त्यौहार है और भगवन से जुड़े किसी भी कार्य में शुद्धता का विशेष ध्यान रखा जाता है इसीलिए नवरात्रि के दौरान कुछ खाद्य पदार्थो से परहेज करना चाहिए। इन खाद्य पदार्थो की सूचि नीचे दी गयी है।
1.हिन्दू धर्म के अधिकतर लोग नवरात्रि के दौरान लहसुन का सेवन नहीं करते।

2.इस दौरान अपने खाने में प्याज को भी सम्मिलित नहीं किया जाता।

3.कई लोग इस दौरान मांसाहारी भोजन से परहेज करते है।

4.ऐसे भी कई लोग है जो नवरात्रि के दौरान शराब आदि का सेवन भी नहीं करते।

5.इसके अलावा कुछ लोग व्रत के दौरान नमक का सेवन भी नहीं करते। जबकि कुछ लोग एक बार सेंधा नमक से निर्मित भोजन का सेवन करते है ।
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देवी को प्रसन्न करना है तो नवरात्री मे पहने इऩ रंगो के कपड़े





नवरात्रि के नौ दिन मां दुर्गा के अलग-अलग रूपों की आराधना की जाती है, यह तो आप जानते हैं। लेकिन आराधना के इन नौ दिनों में 9 अलग-अलग रंगों का भी शास्त्रों में विशेष महत्व बताया गया है। जानिए कौन से हैं... 

1 पहला दिन - नवरात्रिर का पहला दिन मां शैलपुत्री की आराधना का दिन होता है। मां शैलपुत्री का पसंदीदा रंग लाल है, जो कि उल्लास, साहस और शक्ति का रंग माना जाता है। इस दिन लाल रंग का प्रयोग करने पर मां... शैलपुत्री शीघ्र प्रसन्न होकर निर्णय क्षमता में वृद्धि करती हैं और इच्छिनत फल प्रदान करती है।  

2 दूसरा दिन - नवरात्रित का दूसरा दिन, मां ब्रम्हचारिणी की आराधना के लिए विशेष दिन होता है। मां ब्रम्हचारिणी, कुंडलिनी जागरण हेतु शक्ति प्रदान करती हैं। मां ब्रम्हचारिणी को पीला रंग अत्यंत प्रिय है।... अत: नवरात्रि  के दूसरे दिन पीले रंग के वस्त्रादि का प्रयोग कर मां की आराधना करना शुभ होता है।  

3. तीसरा दिन - तृतीयं चंद्रघंटेती, अर्थात नवरात्रिै के तीसरे दिन मां चंद्रघंटा की आराधना की जाती है। मां चंद्रघंटा की आराधना में हरे रंग का विशेष महत्व है। इस दिन हरे रंग का प्रयोग कर मां की कृपा एवं सुख... शांति प्राप्त की जा सकती है।

4.  चौथा दिन - मां दुर्गा के कुष्मांडा स्वरूप का पूजन नवरात्िवं के चौथे दिन किया जाता है। रोगों को दूर कर, धन, यश की प्राप्ति के लिए सिलेटी रं से आप मां कुष्मांडा को प्रसन्न कर सकते हैं।   

5 पांचवा दिन - नवरात्रिं का पांचवा दिन मां स्कंदमाता की आराधना के लिए समर्पित है। मां स्कंदमाता सूर्यमंडल की अधिष्ठात्री देवी है, अत: इनका पसंदीदा रंग भी तेज से परिपूर्ण अर्थात नारंगी है। इस दिन नारंगी रंग का प्रयोग शुभ फल प्रदान करता है।  

6 छठा दिन - नवरात्रित का छठा दिन यानि मां दुर्गा के कात्यायनी स्वरूप की आराधना का दिन। ऋषि कात्यायन की पुत्री मां कात्यायनी को सफेद रंग प्रिय है, जो शांति का प्रतीक है। 

7 सप्तमी - सप्तमी तिथि को मां कलरात्रिन की आराधना की जाती है। मां कालरात्रिू का पसंदीदा रंग गुलाबी है, अत: मां दुर्गा के इस स्वरूप के पूजन में गुलाबी रंग का प्रयोग शुभ होता है। इस दिन गुलाबी वस्त्र धारण करें। 

8 अष्टमी - नवरात्रिग की अष्टमी तिथि, महागौरी का समर्पित है। मां महागौरी  भक्तों में प्रसन्नता का संचार करती हैं। इस दिन हल्का नीला या आसमानी रंग का प्रयोग बेहद शुभ माना जाता है, जो असीम शांति प्रदान है।  
9 नवमी - नवरात्रि  के नौंवे दिन, मां दुर्गा के सिद्धीदात्री स्वरूप का पूजन होता है। मां सिद्धीदात्री के पूजन में भी आप हल्के नीले रंग का उपयोग कर सकते हैं। चंद्रमा की पूजा के लिए यह सर्वोत्तम दिन है। 
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नुकसान से बचने के लिये नवरात्री मे ना करे ये काम



 नवरात्रि के व्रत में इन बातों का रखना चाहिए खास ख्याल

1.नवरात्रि में नौ दिन का व्रत रखने वालों को दाढ़ी-मूंछ और बाल नहीं कटवाने चाहिए। पर इस दौरान बच्चों का मुंडन करवाना शुभ होता है।

2. नौ दिनों तक नाखून नहीं काटने चाहिए।

3. अगर आप नवरात्रि में कलश स्थापना कर रहे हैं, माता की चौकी का आयोजन कर रहे हैं या अखंड ज्योति‍ जला रहे हैं तो इन दिनों घर खाली छोड़कर नहीं जाएं।

4.इस दौरान खाने में प्याज, लहसुन और नॉन वेज बिल्कुल न खाएं।

5.नौ दिन का व्रत रखने वालों को काले कपड़े नहीं पहनने चाहिए।

6.व्रत रखने वाले लोगों को बेल्ट, चप्पल-जूते, बैग जैसी चमड़े की चीजों का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए।

7.व्रत रखने वालों को नौ दिन तक नींबू नहीं काटना चाहिए।

8. व्रत में नौ दिनों तक खाने में अनाज और नमक का सेवन नहीं करना चाहिए. खाने में कुट्टू का आटा, समारी के चावल, सिंघाड़े का आटा, साबूदाना, सेंधा नमक, फल, आलू, मेवे, मूंगफली खा सकते हैं।

9. विष्णु पुराण के अनुसार, नवरात्रि व्रत के समय दिन में सोने, तम्बाकू चबाने से भी व्रत का फल नहीं मिलता है.।

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Tuesday 14 March 2017

कलावा या मौली बांधना  कितना है फायदेमंद 


अगर गौर किया जाए तो लगभग सभी धर्मों में पूजा-पाठ आदि से संबंधित नियम होते हैं, और इस सभी नियम और संस्कारों के स्वास्थ लाभ होते हैं और ये वैज्ञानिक तौर पर भी देखा गया है। हिंदू धर्म में भी पूजा-पाठ और शुभ अवसरों पर कलाई पर मौली यानी कलावा बांधा जाता है। क्या कभी आपने सोचा है कि इसके पीछे क्या कारण हो सकता है? नहीं! तो चलिये जानते हैं कि कलाई पर मौली यानी कलावा बांधने के पीछे क्या स्वास्थ लाभ हैं और क्या इसे वैज्ञानिक कारणों से भी बांधा जाता है। -

शास्त्रों के मुताबिक मौली या कलावा बांधने की परंपरा की शुरुआत देवी लक्ष्मी और राजा बलि के द्वारा की गई थी। कलावे को रक्षा सूत्र भी माना जाता है। ऐसी मान्यता है कि कलाई पर इसके बाधे पाने से जीवन पर आने वाले संकट से रक्षा होती है। मान्यता है कि कलावा बांधने से तीनों देवों - ब्रह्मा, विष्णु और महेश की कृपा बनती है। साथ ही तीनों देवियों सरस्वती, लक्ष्मी और पार्वती की भी कृपा मिलती है। वहीं वेदों में लिखा है कि वृत्रासुर से युद्ध के लिये जाते समय इंद्राणी शची ने भी इंद्र की दाहिनी भुजा पर रक्षासूत्र (जिसे मौली या कलावा भी कहते हैं) बांधा था। जिससे वृत्रासुर को मारकर इंद्र विजयी बने और तभी से रक्षासूत्र या मौली बांधने की प्रथा शुरू हुई।

कहा जाता है कि मौली में उक्त देवी या देवता अदृश्य रूप से विराजमान रहते हैं, और इसीलिये पूजा करके यह कलावा या रक्षा सूत्र बांधा जाता है। मौली का धागा कच्चे सूत से बनाया जाता है और यह कई रंगों जैसे, लाल, पीला, सफेद या नारंगी आदि का होता है। मान्यता है कि इसे हाथों पर बांधने से बरक्कत भी होती है।


शरीर विज्ञान के हिसाब से शरीर के कई प्रमुख अंगों तक पहुंचने वाली नसें कलाई से होकर जाती हैं। जब कलाई पर मौली या कलावा बांधा जाता है तो इससे इन नसों की क्रिया नियंत्रित होती हैं। इससे त्रिदोष (वात, पित्त और कफ) को काबू किया जाता है। ऐसा भी माना जाता है कि कलावा बांधने से रक्तचाप, हृदय रोग, मधुमेह और लकवा जैसी स्वास्थ्य समस्याओं से काफी हद तक बचाव होता है।


पुरुषों और अविवाहित लड़कियों के दाएं हाथ में और विवाहित महिलाओं के बाएं हाथ में मौली या कलावा बांधा जाता है। मान्यता है कि वाहन, बही-खाता, मेन गेट, चाबी के छल्ले और तिजोरी आदि पर भी पवित्र मौली या कलावा बांधने से लाभ होता है। मौली से बनी सजावट की वस्तुएं घर में रखने से बरक्कत होती है और खुशियां आती हैं।
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घर में नहीं होनी चाहिए ये चीजें


सुख-समृद्धि पर घर की चीजों का भी सीधा असर होता है। यदि घर में अशुभ फल देने वाली एक भी चीज है तो वह अन्य शुभ चीजों के असर को खत्म कर सकती है। यहां जानिए पक्षियों और कीड़ों से जुड़ी कुछ ऐसी चीजें,जो घर में हो तो पैसा पानी की तरह बह जाता है,यानी कड़ी मेहनत के बाद भी न तो बचत होती है और ना ही सुख मिलता है। ये सभी चीजें जंगल में ही रहनी चाहिए,घर में नहीं।
कबूतर का घोंसला:-
कभी-कभी घर में कबूतर घोंसला बना लेते हैं, ये नकारात्मक असर पैदा करता है। इससे घर में अस्थिरता का वातावरण बनता है। साथ ही, इसकी वजह से घर में धन संबंधी परेशानियां भी बढ़ सकती हैं। इसीलिए घर में से ये घोंसला हटा देना चाहिए।
मधुमक्खी का छत्ता:-
जिन घरों में ठीक से साफ-सफाई नहीं हो पाती है, वहां मधुमक्खियां छत्ता बना लेती हैं। मधुमक्खियां का डंक वैसे ही खतरनाक होता है। इनके काटने से हमें त्वचा से संबंधित परेशानियां हो जाती हैं। साथ ही, इनकी वजह से घर में नकारात्मक ऊर्जा प्रवेश करती है। ये छत्ता गंदगी का संकेत देता है।
मकड़ी का जाल:-
मकड़ी के जाले भी घर में गरीबी को बढ़ाते हैं। ये भी साफ-सफाई के अभाव में ही बनते हैं। लक्ष्मी ऐसे स्थान पर निवास नहीं करती है, जहां गंदगी होती है। इसीलिए मकड़ी के जाले घर में नहीं बनने देने चाहिए, ये दुर्भाग्य के सूचक होते हैं।
घर में चमगादड़ होना या इनका आना-जाना:-
यदि किसी घर में चमगादड़ रहने लगे या आना-जाना शुरू कर दे तो ये दुर्भाग्य बढ़ाने वाली बात है। चमगादड़ नकारात्मक शक्तियों का प्रतीक है। इसकी वजह स्वास्थ्य और आर्थिक परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। इसीलिए इन्हें घर में आने से रोकना चाहिए।

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Monday 13 March 2017

नवरात्रि में इस तरह करें दांपत्य जीवन खुशहाल




गुप्त नवरात्रि में देवी आराधना करने से जहां साधक को गुप्त सिद्धियां प्राप्त होती हैं वहीं इन दिनों किए जाने वाले टोने-टोटके भी बहुत प्रभावशाली बताए गए हैं। गुप्त नवरात्रि में कुछ साधारण उपाय करने से दाम्पत्य जीवन में आ रही परेशानियों को दूर किया जा सकता है। 

यदि पति-पत्नी के बीच या घर-परिवार में संबंध अच्छे न हो तो नवरात्रि में इस प्रयोग को करें। नवरात्रि के अंतिम दिन स्नान आदि कर नीचे दिए गए हुए मंत्र को पढ़ते हुए 108 बार अग्नि में घी से आहुतियां दें। इससे यह मंत्र सिद्ध हो जाएगा। इसके बाद रोजाना नित्य सुबह उठकर पूजा के समय इस मंत्र का 21 बार जप अवश्य करें। यदि संभव हो तो अपने परिवारजन से भी इस मंत्र का जप करने के लिए कहें। इससे जीवन भर परिवार में मधुर संबंध बने रहेंगे।

मंत्र
 सब नर करहिं परस्पर प्रीति। 
चलहिं स्वधर्म निरत श्रुति नीति।।

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Friday 3 March 2017

कबुतर को कैसे डाले दाना




कबुतर को दाना डालना बहुत ही शुभ होते है एक पुण्य का काम होता है पर लोग कबुतर को दाना डालते समय बहुत ही गलतिया करते है जिससे उनका ये काम पुण्य की जगह पाप की जगह ले लेता है।आज मै आपको बताऊंगी कबुतर को दाने को दाना डालते समय क्या सावधानियां होनी चाहिये है...

सभी परिंदें बहुत ही चंचल और मासूम होते है लेकिन कबूतर चंचल कम और मासूम ज्यादा होता है। कबूतर को दाना डालना एक पुण्य का काम है। लेकिन इसमें कुछ सावधानी रखनी चाहिए, आपने शायद कभी सुना भी होगा कि घर की छत पर कबूतर को दाना न डालकर।  अपने आँगन में या घर के बाहर दाना डालें । लेकिन छत पर दाना बिल्कुल भी न डालें ज्योतिष के अनुसार कबूतर तो है बुध और छत है राहू अब ऐसे में लोग जब अपनी छत पर दाना डालते है।  तो कबूतर छत पर दाना खाने के लिए आते है। इसके द्वारा बुध और राहू का मेल हो जाता है ।लेकिन कबूतर तो दाना खाकर चलें जाते है ये कोई परेशानी की बात नहीं है।  

लेकिन परेशानी की बात तब शुरू होती है जब वहाँ कबूतर आते है तो छत को गन्दी भी तो कर देते है और छत का मतलब राहू है अगर राहू खराब हो जाएगा तो उसका रिजल्ट बुरा ही मिलेगा ।

ये तो इसका कारण हो गया कि इसलिए छत पर दाना नहीं डालना चाहिए जिन व्यक्तियों के पास छत पर दाना डालने के सिवाय और कोई जगह नहीं होती है तो वो लोग कबूतरों को दाना डालना बंद न करें और निराश तो बिल्कुल भी न हों । जैसे ही दाना खाकर कबूतर चलें जाते है तो तुरंत छत को पानी से धो दें।

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Thursday 2 March 2017

किस देवी की पूजा से मिलता है अपार धन 




दोस्तो जीवन मे अपार समस्याएं होती है जो हमारे जीवन की सफलता के रास्ते मे अड़चन डालती है।इन समस्या के कई रुप भी होते है जैसे किसी को धन की समस्या तो किसी को बीमारी की समस्या तो कोई अपनी लंबी बीमारी से परेशान, ऐसी ही तमाम समस्या के बचने के लिये आज मै आपको बताऊंगी कि देवी की पूजा से मिलता क्या फल...


1.देवी काली-- माना जाता है मां दुर्गा ने काली का रुप दैत्य यानी राक्षस का संहार करने के लिये किया था... यदि आपका शत्रु है तो मां काली की पूजा नियमति रुप से करे। आपके जीवन के दुखों का अंत जल्द ही हो जायेगा। 11 दिन तक मां काली को सरसों के तेल का दीपक जलाये। आपके शत्रु का जल्द ही शमन होगा।

2.देवी तारा- जीवन की परेशानी को कम करने के लिये देवी तारा की पूजा आर्चना करनी चाहिये। देवी तारा की नियमित पूजा मोक्ष प्रदान करने वाली है।

3.देवी ललिता- देवी ललिता लाल वस्त्र पहनकर कमल पर बैठी होती है। इनकी पूजा अर्चना बड़ी जल्जी फल प्रदान करती है। इनकी पूजा करने से समृद्दि और यश की प्राप्ति होती है।

4.माता भुवनेश्वरी- माता भुवनेश्वरी ऐश्वर्य की स्वामिनी है। देवी देवताओं की आराधना मे इन्हे विशेष शक्तिदायक माना जाता है। ये समस्त सुखों और सिदिदयों को देने वाली है।

5.मां बगलामुखी- देवी बगलामुखी शत्रु को खत्म करने वाली देवी है। ये अपने भक्तों के भय को दुर करके शत्रुऔ और इनकी बुरी नजर से भक्तो का बचाव करती है।

6.मां कमला- देवी कमला धन की देवी है। भौतिक सुख की इच्छा रखने वालों के लिये इनकी अराधना बड़ी ही फलदायक होती है।

7.देवी मांतगी- परिवारिक सुख.गृह कलेश दुर, सम्पदा, वाक सिद्दि, अपार सफलता ,ज्ञान को बढ़ाने वाली देवी है मातंगी देवी। इनकी नियमित रुप से पूजा घर मे सुख –शांति बनाये रखती है।


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Wednesday 1 March 2017

भगवान की इन  मूर्तियों के दर्शन कभी ना करे



कहते कि किसी शुभ काम के लिये जाये और भगवान के दर्शन हो जाये तो कार्य पुरा होता है.. यहां तक की यदि सुबह आंख खुलते ही भगवान की मुर्ति सामने देख जाये तो दिन अच्छा बितता है .. हर किसी के घर में भगवान की मूर्तियां और तस्वीर होती ही हैं, लेकिन बहुत ही कम लोग जानते होंगे कि सभी मूर्तियां शुभ प्रभाव देने वाली नहीं होती। वास्तु के अनुसार, कई मूर्तियां ऐसी भी होती हैं, जिनके दर्शन करना मनुष्य के लिए अशुभ प्रभावों का कारण भी बन सकता है। आज हम आपको भगवान के ऐसे ही कुछ स्वरूप और मूर्तियों के बारे में बताने जा रहे हैं, जिनके दर्शन करना अच्छा नहीं माना जाता।

1.भगवान की किसी भी मुर्ति की कभी भी पीठ नही देखनी चाहिये। यदि आप घर मे भगवान की कोई भी मुर्ति लगाते है तो इस तरह लगाये कि आपको मुर्ति के आगे के दर्शन हो.. पीठ के नही।

2.पूजा घर मे एक ही भगवान की दो अलग रुप की मुर्ति नही रखनी चाहिये ऐसा करने से घर मे लड़ाई –झगड़े होते है। ऐसी मुर्ति के दर्शन नही करने चहिये ऐसा करने से वाद-विवाद की स्थिति बनती है।

3..किसी भी खंडित मुर्ति को घर मे कभी भी ना रखे.. चाहे मुर्ति कितनी ही पुरानी हो या मुर्ति से कितनी ही आस्था क्यों ना हो खंडित मुर्ति के दर्शन करना अशुभ फल देता है।

4.भगवान की ऐसी मुर्ति जिसके मुख पर सौन्य ना हो या जो मुर्ति क्रोध मुद्रा मे हो उस मुर्ति के दर्शन कभी भी नही करने चाहिये।
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Monday 27 February 2017

घर केे किस दिशा मे कैलेंडर को लगाए


वास्तु शास्त्र में कैलेंडर लगाने के सही तरीकों के बारे में बताया गया है। सही दिशा में सही कैलेंडर लगाने से प्रगति होती रहती है। वास्तु के अनुसार पुराने कैलेंडर को हटा देना चाहिए। नए साल में नया कैलेंडर लगाएं। जिससे नए साल में पुराने साल से भी ज्यादा शुभ अवसरों की प्राप्ति होती रहे। समय के सूचक कैलेंडर नए साल के साथ ही परिवर्तनशील होते हैं। तारीख, साल, समय ये सब आगे बढ़ते रहते हैं और निरंतर आगे बढ़ते रहने को प्रेरित करते हैं। नया साल लगते ही हर घर में कैलेंडर बदल जाता है। कैलेंडर हमारी जिंदगी को प्रभावित करते है।
 वास्तु और फेंगशुई के अनुसार दीवार पर गुजर चुके समय के बाद नया कैंलेडर लगाना ही सही माना गया है। आने वाला वक्त सुनहरी भविष्य का आगाज करें इसके लिए महीने के प्रथम दिन ही कैलेंडर बदल लेना चाहिए।
घर में इस जगह न लगाएं कैलेंडर 

* कभी दरवाजे के ऊपर न तो घड़ी लटकाएं और न ही कैलेंडर इससे घर के पारिवारिक सदस्यों की उम्र कम होती है। विशेषतौर पर मुख्य द्वार के ऊपर तो कभी ऐसा न करें। 

* कुछ लोग नया कैलेंडर तो लगाते हैं मगर पुराने कैलेंडर के ऊपर क्योंकि पुराने कैलेंडर से उन्हें भावनात्मक लगाव हो जाता है। जिस वजह से वह उसे उतारते नहीं हैं। फेंगशुई और वास्तु की मानें तो पुराने कैलेंडर को दीवार पर लगाना अशुभता का संचार करता है। जिंदगी में आने वाले उन्नति के अवसरों पर विराम लग जाता है। 


* पूर्वी तथा उत्तरी दिशा में भूल कर भी कोई भारी वस्तु न रखें। इन दोनों दिशाओं में कोई कैलेंडर या फोटो तक न टांगें अन्यथा कर्ज, हानि व घाटे का सामान करना पड़ता है।

* घरवालों की आयु कम करता है, दरवाजे पर आगे या पीछे की ओर लटकाया गया कैलेंडर।

* जानवर और उदास चेहरे वाला कैलेंडर न लगाएं। इससे घर में नकारात्मकता आती है।

यहां लगाएं कैलेंडर
वास्तु के अनुसार कैलेंडर को उत्तर, पूर्व और पश्चिम दिशा में लगाना चाहिए।

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 होली खेलने के बाद जरुर करे ये काम

होली पर होने वाले टोटके और तंत्र-मंत्र से बचने के लिये लोग ना जाने क्या क्या करते है होली के आने से पहले ही कई तरह के पूजा पाठ करते है कई तरह के उपाय करते है... पर किसी ना किसी तरह से कही ना कही चूक हो ही जाती है और व्यक्ति इन टोटको के घेरे मे आ ही जाता है.. इस लेख से जाने कि होली खेलने के बाद कौन से काम करने चाहिये जिनसे व्यक्ति के जीवन मे इन टोने टोटको का असर ना हो.. होली खेलेने के बाद व्यक्ति सबसे पहले नहाने का काम करता है ताकि उसकी थकान मिट सके। इस होली पर आप करे अपनी राशि के अनुसार इन उपायों को।

1.मेष :- नये कपड़े पहन कर सीधे घर के मन्दिर में जायें और भगवान का आशीर्वाद ले।

2.वृष :- नये कपड़े पहनने के तुरन्त बाद सीढ़ियां चढ़ें या गणेश जी के दर्शन करें |

3.मिथुन :- खजूर खायें या मोज़े जरुर पहनें ।

4.कर्क :- केसर की पत्ती मुंह में डालें |

5.सिंह :- लाल सिन्दूर का टीका मस्तक पर लगायें |

6.कन्या :- कपूर को हाथ में मसल कर सूंघना चाहिये |

7.तुला :- शहतूत खाना चाहिये |

8.वृश्चिक :- सर पर टोपी लगाना या पगड़ी बांधना विशेष शुभ होता है |

9.धनु :- नये कपड़े पहनने के बाद बांई आंख से चांदी को स्पर्श करना शुभ होगा |

10.मकर :- नये कपड़े में एक पेन लगाकर घर से निकले |

11.कुम्भ :- नये कपड़े पहनने से पहले चेहरे को दही से धोना चाहिये और कपड़ो पर सुगन्ध जरुर लगानी चाहिये ।|

12.मीन :- नये कपड़े पहनने के बाद थोड़ा गुड़ खाना शुभ रहेगा |

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Thursday 23 February 2017

क्या आपका बर्थ डे मार्च में है?  Which month Baby Are You



अगर आप का बर्थ डे यानि आपका जन्मदिन मार्च मे तो मै आपको बताऊंगी कि किस प्रकृति के है आप.. तो दोस्तो आप को बता दुं कि मार्च month मे जन्मे लोग बहुत ही प्रैक्टिकली होते है हर चीज को बहुत ही प्रैक्टली देखते है। इनके भाग्य का सितारा चमकता है तो उसकी चमक सभी की आंखे खोल देती है।
जानते है आपके बाकी गुण..

आपका पहला गुण-मार्च में जन्मे युवा आकर्षक होते हैं। इऩ लोगो मे कुछ होता है जो लोगो को इनकी ओर खिंचता है ऐसा नही है कि केवल लोग ही इनकी ओर आर्कषित होते है ये जातक यदि किसी अन्य मे कोई गुण  देखते है तो ये भी आर्कषित हो जात है। और चाहते है कि उस गुण को अपने अंदर लाये..

आपका दुसरा गुण-ये जातक यात्राओं के शौकीन और खासे बड़े फ्रेंड सर्कल वाले होते हैं। इन जातको मे इंट्यूशन पॉवर शार्प होती है। आप जितने नॉर्मल दिखाई देते हैं, विचारों से उससे कहीं अधिक एंबिशियस होते हैं।करना तो ये जातक बहुत कुछ चाहते है पर कई बार तकदीर के हाथों मजबुर हो जाते है।

आपका तीसरा गुण-मार्च मे जन्मे जातको के अंदर बहुत सारी क्वॉलिटी होती है ये जातक किसी भी काम मे हाथ डालते है उसे अंत तक पुरा करते है और कोशिस करते है कि वे उसे सबसे बेहतर बनाये।  किसी भी चीज के बारे मे अगर ये जानना चाहते है तो ये जातक उस चीज मे इतने लीन हो जाते है कि उस विषय मे पुरी जानकारी हासिल करते है।

आपका चौथा गुण-  ये लोग जिम्मेदारियों के पदों पर अपनी योग्यता दिखाकर सक्सेसफुल होते हैं। किसी भी सबजेक्ट पर बोलने या लिखने से पहले उसके बारे में पूरी इन्फॉरमेशन प्राप्त कर लेना चाहते हैं। आप लॉ एंड ऑर्डर का रिस्पेक्ट करने वाले होते हैं।

आपका पांचवा गुण- मार्च में जन्में युवा एक नंबर के गपोड़ी यानि बातुनी होते हैं। महफिल में छा जाना इनकी खासियत होती है। पहले तो ये जातक किसी से आसानी से मिलते- घुलते नही है लेकिन जब ये जातक जान जाते है कि सामने वाले लोग इनके विचारो से सहमत है तब ये जातक उन के साथ बहुत ही फ्रैडली हो जाते है।

आपका छठा गुण-ये जातक अपनी जिंदगी को अपने अनुसार जीते है किसी की रोकटोक इन्हे जरा भी पंसद नही होती ये जातक कभी-कभी ऐसा बदलाव भी अपनी लाइफ में कर देते हैं, जिससे आपके फ्रेंड्सं और रिलेटिव भी आश्चर्यचकित हो जाते हैं।। ये लोग डुएल स्टैंडर्ड वाले भी होते है। यानी आपका नेचर दो-तरफा हो सकता है। आप कभी-कभी डिसिजन लेने में हिचकिचाहट महसूस करते हैं।

आपका अवगुण- आप पर विश्वास करना थोड़ा मुश्किल है क्योंकि किसी के भी सिक्रेट को स्पाइसी बना कर इधर की उधर करने में आपको खूब मजा आता है। थोड़ा सा कंट्रोल अपनी चंचलता पर कीजिए और अपने गोल के प्रति फोकस कीजिए तो दुनिया आपके कदमोंमेंहोगी।

सलाह-इस माह जन्मे युवाओं को नशे से दूर ही रहना चाहिए। नशा आपका करियर बर्बाद कर सकता है।

लकीनंबर : 3, 7, 9
लकी कलर : ग्रीन,येलो और पिंक
लकी डे : संडे, मंडे और सेटरडे
सुझाव : पानी में शहद मिलाकर सूर्य को चढ़ाएँ।

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Wednesday 22 February 2017

छोटी होली के टोटके 


होली के त्यौहर को रंगों का माना जाता है। लेकिन इस दिन में कई तरह की पूजा व तंत्र और मंत्र सिद्ध होते हैं। इसके अलावा यदि आप स्वास्थ संबंधी परेशानी या फिर आर्थिक रूप से परेशान चल रहें हो तो होली के दिन कुछ वैदिक टोटके करने से आपको फायदा मिलेगा। वैदिक वाटिका आपको इन टोटकों बता रही है जो आपको जरूर फायदे देगें।

1.ग्रह क्लेश दूर करने के लिए-जिस दिन होलिका का दहन किया जाता है उस दिन आप होलिका दहन में आटा और जौ चढ़ाएं। इस उपाय से घर के क्लेश मिट जाते हैं।

2.अच्छी सेहत के लिए-यदि सेहत बार-बार खराब होती हो तो होलिका दहन के बाद उसकी बची राख यानि भभूत को रोगी के तकिये के नीचे रख दें। इस उपाय को करने से पुरानी से पुरानी बीमारी ठीक हो जाती है।

3.धन बचाने के लिए-यदि पैसे बे-वजह खर्च या बचत न हो पा रही हो तो होलिका दहन के दूसरे दिन कि बची राख को किसी लाल रूमाल में बांध लें और उसे अपनी तिजोरी या पर्स में रख लें। इस टोटके से आपको फायदा मिलेगा।

4.नौकरी व व्यापार की परेशानी-यदि आपको व्यापार व नौकरी में परेशानी आ रही हो या सब कुछ आपके खिलाफ हो रहा हो तो होलिक दहन के बाद एक जटा वाला नारियल मंदिर या होलिका दहन वाली जगह पर जरूर चढ़ाएं। 
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Monday 20 February 2017

शिवलिंग पर भूलकर भी ना चढ़ाएं ये चीजें





देवों के देव शिवशंकर भोलेनाथ अपने भक्तों के मन की बात बहुत जल्दी सुनते हैं। मन से पूजन करो तो शि‍व बहुत जल्दी प्रसन्न हो जाते हैं।परन्तु शिवशंकर की पूजा करने के दौरान कुछ बातों का ध्यान रखना जरूरी है। खासतौर से अगर आप शिवलिंग की पूजा कर रहे हैं तो कुछ चीजों को भूलकर भी शिवलिंग पर न चढ़ाएं।

1. केतकी--केतकी के फूल एक बार ब्रह्माजी व विष्णुजी में विवाद छिड़ गया कि दोनों में श्रेष्ठ कौन है। ब्रह्माजी सृष्टि के रचयिता होने के कारण श्रेष्ठ होने का दावा कर रहे थे और भगवान विष्णु पूरी सृष्टि के पालनकर्ता के रूप में स्वयं को श्रेष्ठ कह रहे थे। तभी वहां एक विराट लिंग प्रकट हुआ। दोनों देवताओं ने सहमति से यह निश्चय किया गया कि जो इस लिंग के छोर का पहले पता लगाएगा उसे ही श्रेष्ठ माना जाएगा। अत: दोनों विपरीत दिशा में शिवलिंग की छोर ढूढंने निकले।छोर न मिलने के कारण विष्णुजी लौट आए। ब्रह्मा जी भी सफल नहीं हुए परंतु उन्होंने आकर विष्णुजी से कहा कि वे छोर तक पहुँच गए थे। उन्होंने केतकी के फूल को इस बात का साक्षी बताया। ब्रह्मा जी के असत्य कहने पर स्वयं शिव वहाँ प्रकट हुए और उन्होंने ब्रह्माजी की एक सिर काट दिया और केतकी के फूल को श्राप दिया कि शिव जी की पूजा में कभी भी केतकी के फूलों का इस्तेमाल नहीं होगा।

2. नारियल पानी-शिव जी की पूजा नारियल से होती है लेकिन नारियल पानी से नहीं। क्योंकि शिवलिंग पर चढ़ाई जाने वाली सारी चीज़ें निर्मल होनी चाहिए यानि जिसका सेवन ना किया जाए। नारियल पानी देवताओं को चढ़ाये जाने के बाद ग्रहण किया जाता है इसीलिए शिवलिंग पर नारियल पानी नहीं चढ़ाया जाता है।

3. कुमकुम-सिंदूर या कुमकुम हिंदू महिलाएं अपने पति की लम्बी उम्र के लिए लगाती हैं। जैसा की हम जानते हैं कि भगवान शिव विध्वंसक के रूप में जाने जाते हैं इसलिए शिवलिंग पर कुमकुम नहीं चढ़ाया जाता है।

4. हल्दी-शिवलिंग पर हल्दी कभी नहीं चढ़ाई जाती है क्योंकि यह महिलाओं की सुंदरता को बढ़ाने के लिए इस्तेमाल होती है। और भगवान शिव तो वैसे ही सुंदर है। जिसके कारण भगवान शिव के प्रतीक शिवलिंग पर हल्दी नही चढाई जाती है।

5. तुलसी--शिव पुराण के अनुसार जालंधर नाम का असुर भगवान शिव के हाथों मारा गया था। जालंधर को एक वरदान मिला हुआ था कि वह अपनी पत्नी की पवित्रता की वजह से उसे कोई भी अपराजित नहीं कर सकता है। लेकिन जालंधर को मरने के लिए भगवान शिव को जालंधर की पत्नी तुलसी की पवित्रता को भंग करना पड़ा। अपने पति की मौत से नाराज़ तुलसी ने भगवान शिव का बहिष्कार कर दिया था।
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 ऑफिस पहुँचकर सबसे पहले ये 6 काम करें



आफिस जहां हम अपने जीवन का एक लंबा सफर तय करते है... कभी हमारा दिन अच्छा जाता है तो कभी बुरा तो कभी दिन एक नार्मल सा बीतता है आफिस का दिन यदि अच्छा बीतता है तो व्यकित का स्वभाव बहुत ही अच्छा रहता है और वही यदि आफिस मे किसी के साथ की बहस हो जाये या आफिस के बास की डाट खाने को मिल जाये को बस पुरा दिन खराब .. आज मै आपको बताऊंगी कुछ ऐसे काम जो  आपको आफिस जाते समय करने चाहिये।
पहला काम- सबसे पहले आफिस पहुंच कर अपने परिजन, साथी, और घरवालो को सूचना दे कि आप सही सलामत आफिस पहुचगये। यदि आप घऱ वालो से दुर से रहते है तो जो भी आपके साथ रहते है आप उन्हे फोन करे।
दुसरा काम- आप जो जिस फील्ड मे काम करते है उससे जुड़े उपकरण के आगे हाथ जोड़े और सर को झुकाये। जैसे आप COMPUTER पर काम करते है जो आफिस जाकर COMPUTER  के सामने सर को नतमस्तक करे।
तीसरा काम- सुबह ऑफिस पहुँचकर सबसे पहले अपने साथ काम करने वाले लोगों से, मित्रों से, अपने seniors से Hi, Hello कहें, उन्हें Good Morning wish करें। बेहतर होगा अगर आप सबकी डेस्क पर जाकर wish करें।चौथा काम- आपने अपने ऑफिस में देखा होगा कि ज्यादातर लोग ऑफिस पहुँचते ही काम में जुट जाते हैं और अपने काम के तनाव में पूरे दिन खुद भी tension में रहते हैं और अपने सहयोगियों को भी कभी कभी सही से सहयोग नहीं कर पाते हैं इसीलिये आफिस जाते के साथ 15 से 25 अपनी सीट पर बैठकर आराम से सोचे की आप ने आज क्या काम करना है।  
पांचवा काम- सबको wish करने के बाद अपनी डायरी में रोज़ 3 ऐसे लोगों का नाम लिखें या 3 ऐसी बातें लिखें जिनके लिए आप आभारी हैं या जिनका आप आभार व्यक्त करना चाहते हैं या उन्हें धन्यवाद् देना चाहते हैं।
एक प्रेरणादायक विचार पढ़ें।
छठा काम- रोज सुबह काम शुरू करने से पहले एक प्रेरणादायक विचार (Motivational thought / Inspirational quote) पढने की आदत डालें। दिन भर काम की भाग दौड़ और बिना गलती किये काम को पूरा करने का प्रेशर बुरी तरह थका देने वाला होता है जिससे काफी तनाव और डिप्रेशन हो जाता है जिससे बाहर निकलने में प्रेरणादायक विचार काफी सहायक होता है। एक प्रेरणादायक विचार आपके पूरे दिन को प्रेरणा और उर्जा से भर देता है। जिससे आप पर काम का दबाव काफी कम हो जाता है। 
दोस्तों, ये 6 ऐसे काम हैं जो मैंने ऊपर बताये हैं जिनको अगर आप रोज ऑफिस पहुँचने के बाद अपने पहले 10 – 15 में करते हैं और उसके बाद अपने काम की शुरुआत करते हैं तो आप अपने आपको एक प्रेरणा, energy व उत्साह से भरा हुआ पाएंगे और आपके काम बिना किसी तनाव के पूरे हो जायेंगे। जिससे आपका दिन काफी अच्छा गुजरेगा।     Raashi ke Tips  


Saturday 18 February 2017

    साप्ताहिक राशिफल 20 फरवरी से 26 फरवरी  



ग्रहों की स्थिति प्रतिदिन बदलती है और सप्ताह में तो कई बार पूरी तरह बदल जाती है, ऐसे में दैनिक राशिफल के साथ मनुष्य के जीवन में साप्ताहिक राशिफल का भी विशेष महत्व होता है। साप्ताहिक राशिफल के माध्यम से जातक यह जान सकते हैं कि क्या यह सप्ताह शुभ है या नहीं?

1.मेष राशि – इस सप्ताह अपनी लाइफ स्टाइल को थोड़ा बदलने की कोशिश करें, सुबह और शाम के समय वॉक पर जाने का प्लान बनाएं। अपनी सेहत का ध्यान रखे यह सप्ताह विद्यार्थियों के लिए थोड़ा सा परेशानियो से भरा हो सकता है अब समय है कुछ कर के दिखाने का।

2.वृषभ- ये सप्ताह आपको आर्थिक तंगी दे सकता है कही भी निवेश करते समय जरा ध्यान दे। किसी भी बिना वजह ना उलझे अन्यथा हानि हो सकती है। वाहन चलाते समय ध्यान दे।

3.मिथुन राशि--इस हफ्ते आप अपने परिवारजनों के साथ अच्छा टाइम बिताएंगे। वीकेंड पर घूमने का प्लान भी बना सकते हैं। इस सप्ताह सितारे आपके साथ हैं। कारोबार में बढ़ोत्तरी होगी।

4.कर्क राशि – सप्ताह की शुरुआत आपको बिजी रख सकती है। काम का बोझ ज्यादा रहेगा.. थकान महसुस होगी, स्वभाव मे चिड़चिड़ापन आ सकता है किसी से बिना वजह ना उलझे कोशिश करे स्वभाव मे मीठापन लाने की ।

5. सिंह राशि-: यह सप्ताह रिश्तों के लिहाज से थोड़ा कठिन हो सकता है। किसी परिचित से लड़ाई हो सकती है जो अंत तक एक घातक रुप ले सकती है इसीलिये अपनी वाणी पर संयम रखें और किसी प्रकार की गलतफहमी ना पालें। यह सप्ताह करियर के लिहाज से नॉर्मल रहेगा। 

6.कन्या राशि – बेरोजगारों को अभी और भागदौड़ करनी पड़ सकती है। प्यार के क्षेत्र में इस सप्ताह आपको कामयाबी मिलेगी। यह सप्ताह छात्रों के लिए बेहतरीन होगा। बाधाएं दूर हो सकती हैं। नतीजों की चिंता किए बिना मेहनत करेंगे तो कामयाबी आपके साथ होगी।

7.तुला राशि- इस सप्ताह बैंगनी रंग पहनना आपके लिए लाभदायक है। नीले रंग के कपड़े न पहनें तो बेहतर होगा।  परिजनों का सहयोग मिलेगा और घर में शांति का माहौल रहेगा। कहीं बाहर घूमने का प्लान भी बन सकता है। बिजनेस में नुकसान होने की आशंका है।  इसलिये कोई भी निर्णय जल्दबाजी मे ना करे।

8.वृश्चिक राशि- आपमें धैर्य की कमी रहेगी। इसलिए संयम बरतें, क्योंकि आपकी तल्ख़ी आस-पास के लोगों को दुःखी कर सकती है। जो भी बोलें, सोच-समझकर बोलें। क्योंकि कड़वे शब्द शांति को नष्ट करके आपके और आपके प्रिय के बीच दरार पैदा कर सकते हैं। 

9. धनु राशि- अगर आप आय में वृद्धि के स्रोत खोज रहे हैं, तो सुरक्षित आर्थिक परियोजनाओं में निवेश करें। पुराने परिचितों से मिलने-जुलने और पुराने रिश्तों को फिर से तरोताज़ा करने के लिए अच्छा समय है। आपके जीवन में सबसे विशेष व्यक्ति - आपका जीवन-साथी के बीमार होने की संभावना है । उनका पुरा ख़याल रखें।

10. मकर राशि – निश्चित तौर पर वित्तीय स्थिति में सुधार आएगा- लेकिन साथ ही ख़र्चों में भी इज़ाफ़ा होगी। वैवाहिक बंधन में बंधने के लिए अच्छा समय है। आपकी मुस्कुराहट आपके प्रिय की नाराज़गी दूर करने के लिए सबसे उम्दा दवा है। तनख़्वाह में बढ़ोतरी आपको उत्साह से भर सकती है।

11. कुंभ राशि - यह वक़्त अपनी सभी निराशाओं और परेशानियों को मिटाने का है। लम्बे वक़्त से लटकी हुई दिक़्क़तों को जल्द ही हल करने की ज़रूरत है और आप जानते हैं कि आपको कहीं-न-कहीं से शुरुआत करनी होगी- इसलिए सकारात्मक सोचें और आज से ही प्रयास शुरू करें। 

12. मीन राशि-  माता-पिता की मदद से आप आर्थिक तंगी से बाहर निकलने में क़ामयाब रहेंगे। किसी धार्मिक स्थल या संबंधी के यहाँ जाने की संभावना है।  उन लोगों पर नज़र रखें जो आपको ग़लत राह पर ले जा सकते हैं या फिर ऐसी जानकारी दे सकते हैं जो आपके लिए नुक़सानदेह साबित हो सकती है। 
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Friday 17 February 2017

यदि आप मांगलिक हैं तो आजमाएं ये 


जीवन के मंगल दोष को लेकर लोगों में तमाम गलत धारणाएं हैं। यही वजह है कि लोग अक्सर इस दोष के निवारण के लिए उल्टे-सीधे उपाय करने लगते हैं, जिससे समस्याएं कम होने की बजाय कई गुना बढ़ जाती हैं  आइए जानें कि क्या है कुंडली का मंगल दोष और उसके उपाय:

क्या होता है मंगल दोष ?
- मंगल जब कुंडली के लग्न, चतुर्थ, सप्तम, अष्टम या द्वादश भाव में हो तो मंगल दोष होता है।
- मंगल दोष में भी लग्न और अष्टम भाव का दोष ज्यादा गंभीर होता है 
- मंगल एक क्रूर ग्रह है, इसलिए विवाह पर इसका प्रभाव समस्याएं ही बढ़ाता है 
- मंगल दोष होने पर विवाह के मामले में सावधानी रखनी चाहिए.
- अगर मंगल दोष वर-वधू में से किसी एक की कुंडली में है तो दूसरे से तालमेल खराब हो जाता है 

मंगल दोष की मान्यताएं क्या हैं ?
- वैवाहिक जीवन में एक व्यक्ति मंगली हो और दूसरा न हो तो दूसरे की मृत्यु तक हो सकती है 
- पति-पत्नी के बीच में हिंसा हो सकती है 
- पति-पत्नी में से कोई एक मंगली हो तो दूसरा साथी हमेशा बीमार रहता है 
- मंगल दोष के कारण व्यक्ति को सर्जरी और दुर्घटनाओं का सामना करना पड़ सकता है 
- मंगल दोष बड़ी समस्याएं देता है, ये व्यक्ति के जीवन को तहस-नहस कर देता है 

उपाय

1 कार्तिकेय जी की पूजा से भी इस दोष में लाभ मिलता है 
2. प्रतिदिन गणेशजी को गुड़ और लाल फूल चढ़ाएं और पूजा करते हुए 108 बार यह मंत्र पढ़ें ‘ ॐ गं गणपतये नमः’।
3. मंगल यन्त्र की स्थापना करें और मंगल प्रार्थना करें।
4. मंगलवार को सूर्योदय से लेकर अगले सूर्योदय तक का व्रत करें और इस अवधि में सिर्फ फल और दूध ही लें।
5. मंगल चंडिका मंत्र का नियमित जाप करें।
6. प्रतिदिन हनुमान चालीसा पढ़ें। चिड़ियों को मीठा खिलाएं।
7. मंगलवार के दिन व्रत रखकर सिन्दूर से हनुमान जी की पूजा करने और हनुमान चालीसा का पाठ करने से मंगली दोष शांत होता है 

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Tuesday 14 February 2017

बनते नही काम तो दिन के अनुसार घर मे रखे बस 1 चीज


हर दिन का संबंध किसी न किसी खास भगवान से होता है और हर भगवान का संबंध किसी खास रंग से माना जाता है। ऐसे में अगर वार के अनुसार संबंधित रंग की कोई एक खास वस्तु घर लाकर रख दी जाए तो कई लाभ पाए जा सकते हैं। 

अगर बहुत कोशिश करने पर भी कामों में सफलता नहीं मिल रही या काम बिगड़ते जा रहे हैं तो वार अनुसार घर ले आएं इनमें से कोई 1 चीज, जरूर हर हो जाएगी आपकी हर परेशानी।

सोमवार—सोमवार शिवजी का दिन है इसीलिये इस दिन सफेद रंग शुभ माना जाता है। अगर लगातार किसी काम मे असफलता मिल रही है तो सोमवार को सफेद रंग की की मुर्ति घर के हाल मे लाकर रख दें।

मंगलवार—यह हनुमान जी का दिन होता है। इस दिन का विशेष रंग आरेंज या लाल होता है। अगर मंगलवार के लिये घर के मंदिर मे लाल या आरेंज रंग का कोई शो-पीस घर की दक्षिण दिशा मे लाकर रखना बेहद शुभ होता है।

बुधवार- भगवान गणेश का दिन है जिन्हे दुर्वा सबसे ज्यादा प्रिय है। इसीलिये इस दिन हरे रंग का महत्व सबसे अधिक है।बुधवार को हरे रंग की कोई तस्वीर लाकर घर के मेनगेट के पास या समाने स्थापित करें।

वीरवार- वीरवार यानि बृहस्पति ये दिन बृहस्पति देव का दिन होता है। इस दिन पीले रंग का महत्व होता है। इस दिन पीले रंग की कोई भी वस्तु घर के कीचन मे कहीं भी रख दे। ऐसा करना तरक्की के लिये अच्छा माना जाता है।

शुक्रवार- शुक्रवार देवी का दिन होता है ,इसीलिये ये दिन सभी रंगो से मेल खाता है। इस दिन विशेष रुप से गुलाबी और लाल रंग का कपड़ा या की चुनरी ले कर घर के मंदिर मे रखें।

शनिवार-शानि देवता को समर्पित इस दिन के लिये नीला या काला रंग खास होता है। यह रंग मन के उतार-चढ़ाव का होता है। शनिवार को नीले या काले रंग की कोई तस्वीर या शओ-पीस सीढ़ीयों के आस-पास रखें।

रविवार—रविवार सूर्यदेव का दिन होता है।इस दिन गुलाबी सुनहरे और संतरी रंग का विशेष महत्व है।रविवार को न रंगो मे से किस 1 रंग की कोई वस्तु लाकर बच्चों के कमरे मे रख दे।

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Monday 13 February 2017

होली के दिन जरुर करे ये 5 काम



होली आनन्द और उल्लास का वो पर्व है जो सारे देश में किसी न किसी रूप में मनाया जाता है

1.परिवार के सभी सदस्यों के पैर के अंगूठे से लेकर हाथ को सिर से ऊपर पूरा ऊँचा करके कच्चा सूत नाप कर होली में डालें |

2. होली की विभूति यानि भस्म (राख) घर जरुर लायें पुरुष इस भस्म को मस्तक पर और महिला अपने गले में , इससे एश्वर्य बढ़ता है |

3.एक दिन पहले जब होली जलाई जाये तो उसमे जरुर भाग लें | 

अगर किसी वजह से आप रात में होलीं जलाने के वक्त शामिल न हो पायें तो अगले दिन सुबह सूरज निकलने से पहले जलती हुई होली के निकट जाकर तीन परिक्रमा करें | होली में अलसी , मटर ,चना गेंहू कि बालियाँ और गन्ना इनमे से जो कुछ भी मिल जाये उसे होली की आग में जरुर डालें |

4. घर आने वाले मेहमानों को सौंफ और मिश्री जरुर खिलायें, इससे प्रेम भाव बढ़ता है |

5. सबसे पहली बात यह है कि रंग जरुर खेले इस दिन रंग खेलने से जीवन में खुशियों के रंग आते है और मनहूसियत दूर भाग जाती है | अगर आप घर से बाहर जा कर होली नहीं खेलना चाहते हैं तो घर पर ही होली खेलिये लेकिन खेलिये जरुर |

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         सड़क पर दिखे ये चीजे तो हो जाये सावधान...


घर से बाहर निकल कर सड़क अथवा चौराहे पर बहुत सारा सामान ऐसा दिख जाता है, जो मन-मस्तिष्क में नकारात्मकता को जन्म देता है। कुछ चीजें तो ऐसी होती हैं जिन्हें देखकर भय तो लगता ही है, तन-मन भी सिहर उठता है। धार्मिक शास्त्र कहते हैं कि ऐसी अपवित्र चीजों को देखकर मन में अपने इष्ट का सिमरण करते हुए बच कर निकलें। इन चीजों का स्पर्श ही नहीं साया भी बुरा प्रभाव देता है। यदि अनजाने में इनका स्पर्श हो जाए तो उसी समय घर को लौट जाएं और स्नान करें। ऐसा न करने पर ऊपरी शक्तियां आप पर अपना प्रभाव डाल सकती हैं। इस लेख के माध्यम से जानें कौन सी हैं वो चीजें- 

तंत्र-मंत्र के बहुत सारे प्रयोग चौराहे या सड़क पर किए जाते हैं। इनमें नजर उतारना और बुरी शक्तियों से पीछा छुड़ाना विशेष तौर पर यहीं पर होते हैं। इन प्रयोगों में विशेष तौर पर झाड़ू, नींबू-मिर्ची, अंडे, कद्दू या सिंदूर आदि इस्तेमाल किए जाते हैं। इन चीजों से दूरी बनाकर रखें।

1.हड्‌डियां-सड़क पर किसी भी तरह की हड्‌डियां, मांस के टुकड़े, पक्षी के पंख आदि घातक परिणाम दे सकते हैं। इनसे बचकर कर निकलें।  

2.बाल-धर्म शास्त्रों के अनुसार, जो बाल सिर की जड़ से उतर जाते हैं वो अपवित्र हो जाते हैं। सड़क पर पड़े बाल चाहे वो किसी भी जीव के हों या मृत जानवर के उनमें नैगेटिविटी आ ही जाती है। अत: संभल कर रास्ता पार करें।

3.पानी-सड़क, गली-मुहल्ले या चौराहे पर फैला हुआ पानी दिखाई दे तो ध्यान रखें उसका स्पर्श आपके पैरों से न हो।  

4.राख-राख में अत्यधिक मात्रा में सूक्ष्म जीव होते हैं। इसका स्पर्श शरीर पर नकारात्मक प्रभाव डालता है। सड़क पर पड़ी राख से दूरी बनाकर रखें। 


5.मरे हुए पशु-पक्षी-सड़क पर मरे हुए पशु-पक्षी अथवा उनके खाल या सिंग आदि भी दिख जाएं तो रास्ता बदल लें। इनके संपर्क में आने से दोष लगता है।

6.गंदे कपड़े-मार्ग में फटे-पुराने या मैले-कुचैले कपड़े दिख जाएं तो उनसे दूर हट कर चलें। ऐसे कपड़े प्रदूषित होते हैं।

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Sunday 12 February 2017

भाग्य जगाने के लिये ऐसी पिये चाय..


हमारे समाज मे अधिकतर लोग अपने दिन की शुरुआत चाय के साथ करते है जिसे आम भाषा मे बैड टी कहते ... उनका मानना है कि बिना बैड टी के तो उनकी आँख ही नही खुलती ... उनके दिन के शुरुआत ही नही होती... तो दोस्तो यदि आप भी अपने दिन की शुरुआत है,ऐसी करते है तो एक बदलाव ना केवल आपकी आंखे खोलेगा .. बल्कि आपके सोये भाग्य को भी जगा कर आपकी किस्मत को चमका देगा...
ये बदलाव आपको अपने जीवन मे नही चाय मे करना है.. कैसे जानते है 
ज्योतिषशास्त्र के अनुसार एक कप चाय से ग्रहों को बेहतर बनाकर भाग्य अच्छा बनाया जा सकता हैं। जानिए, कौन से दिन कैसी चाय पीनी चाहिए- 

1.रविवार के दिन गुड़ की चाय पीना शुभ होता है। इस दिन चाय में अदरक का प्रयोग न करें। ऐसा करने से सूर्य ग्रह मजबूत होता है। 

2.सोमवार को मिसरी डालकर चाय पिएं। इससे चंद्रमा के शुभ प्रभाव में बढ़ौतरी होती है। 

3.मंगलवार के दिन लौंग और गुड़ वाली चाय पिएं। इससे मंगल का अशुभ प्रभाव दूर होता है।

 4.बुधवार को तुलसी वाली चाय पिएं। इस दिन तुलसी की चाय पीने से बुध के प्रभाव में वृद्धि होती है। 

5.गुरुवार के दिन शहद वाली चाय पीनी चाहिए। इस दिन चाय में थोड़ा सा केसर डाल कर पीना भी शुभ होता है। 

6.शुक्रवार को शक्कर वाली चाय पिएं। इस दिन चाय में इलायची डाल सकते हैं। इससे शुक्र ग्रह मजबूत होता है। शुक्रवार के दिन नींबू की चाय नहीं पीनी चाहिए। 

7.शनिवार के दिन चाय में काली मिर्च और नींबू डालकर पीना शुभ होता है। इस दिन बिना दूध की काली चाय भी पी सकते हैं। 
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Thursday 9 February 2017

                                  होली पर ना करे ये 3 काम




होली और दीवाली बहुत बड़ा पर्व माने जाते है जिन्हे किसी ना किसी रुप मे पुरे भारत वर्ष मे मनाया जाता है... इन दिनो मे जहां कई शुभ काम होते है वही कुछ अशुभ काम भी किये जाते है....आज मै आपको बताऊगी तीन ऐसे काम जो आपको होली पर नही करने

1.इन दिनों किसी भी तरह का उतारा  चाहे वो वशीकरण हो या काला जादू या किसी भी तरह का कुछ उपरी हो किया जाता है.....क्योंकि ये दिन बहुत प्रभावशाली होते है इसलिये लोग इन दिनो मे अपने कष्टो का निवारण करते है। और उतारा कर के सड़क खासकर चौहरे पर रख देते है। और जो भी व्यक्ति इन चीजो को क्रास करते है उन पर इनका असर हो जाता है। इसीलिये होली के दिन आपको चौहारे को क्रास करते समय ध्यन रखना चहिये।

2. यदि इन दोनो की आपके घर मिठाई या कुछ मीठा लेकर आता है जो विशेष रुप से सफेद हो उस का सेवन नही करना।

3.रास्ते पर यदि आपको कही भी नींबू , सफेद मिठाई . चावल ,लाल सिंदुर, लाल या काला कपड़ा दिखाई दे तो अपना रास्ता बदल लेना चाहिये।

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                                     इन कामो को करने के बाद ना बोले झूठ....


कई लोग अकसर शिकायत करते है कि वो मेहनत तो करते है पर फल नही मिलता ,पूजा पाठ भी खूब करते है पर मन की इच्छा पुरी नही होती... यहां तक की वो कई तरह के उपाय भी करते है पर सफलता तब भी हाथ नही आती... कारण ..आज मै आपको बताऊंगी...

1.जो मनुष्य जल्दी उठकर, स्नान करके भगवान की पूजा करता है,उसके सभी काम सफल होते हैं।कई लोगो को ऐसा करने पर भी उसका फल नही मिलता ।इसका कारण  है झूठ बोलना या झूठ का साथ देना हो सकता है।इसलिये झूठ बोलने की आदत छोड़ दे।

2.दान करना खुद मे एक बहुत बड़ा पुण्य है.. दान करने से पापों का प्रयश्चित होता है दान करने वाले व्यक्ति को झुठ नही बोलना चाहिये।

3.जप भगवान को प्रसन्न करने का सबसे आसान तरीका कहा जाता है लेकिन जप या द्यान करने के कुछ नियम होते है। छल-कपट मन मे किसी तरह का झूठ होने का जप कभी फल नही देता। ऐसे भावो से किया गया जप या ध्यान देवता भी स्वीकार नही करते ।

4.हवन करने से वातावरण शुद्द हो जाता है
और सारी नेगटिव एनर्जी खत्म हो जाती है,लेकिन जो मनुष्य झूठ बोलता है उसके लिये यह पुण्य कर्म किसी काम का नही। झूठ बोलने वाले मनुष्य का हवन व्यर्थ चला जाता है।

5.ग्रंथो या वेदो का पाठ करना कई लोगो की दिनचर्या का हिस्सा  होता है लेकिन इसी के साथ झूठ बोलने की आदत भी होती है। जो व्यक्ति फायदे के लिये झूठ का सहारा लेता है, उसकी भक्ति कभी सफल नही होती। इसीलिये इस आदत को त्याद दें।
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Wednesday 8 February 2017

           होली स्पेशल.. किस राशि वाले किस रंग से होली खेले


होली रंगो का त्यौहार है.. और रंगो का हमारे जिंदगी मे बहुत महत्व होता है... होली के दिन हम सभी को होली जरुर खेलना चाहिये.. 
1.मेष – लाल
(2) वृष – नीला
(3) मिथुन – हरा
(4) कर्क – गुलाबी
(5) सिंह – आंरेन्ज
(6) कन्या – हरा
(7) तुला – नीला
(8) वृश्चिक – मैरून
(9) धनु – पीला
(10) मकर – नीला
(11) कुम्भ – परपल
(12) मीन – पीला

आप चाहें तो अपने रंगों अबीर गुलाल में खुशबू मिला सकते है |

किस रंग के कपड़े पहने —–

(1) मेष – कॉटन लाल या मैरून
(2) वृष – सिल्क सफेद या स्काईब्लू
(3) मिथुन–सिन्थैटिकग्रीन
(4) कर्क- कॉटन सफेद / पिंक
(5) सिंह -लिनिन ऑरेन्ज / सफेद
(6) कन्या – ग्रीन कॉटन
(7) तुला – स्काईब्लू / सफेद सिल्क
(8) वृश्चिक – मैरून या ब्राउन कॉटन
(9)  धनु-सिल्कक्रीम
(10) मकर – सिन्थैटिक ब्लू 
(11) कुम्भ – ब्लू 
(12) मीन – सिल्क 

Raashi ke Tips

Tuesday 7 February 2017

अपनी जन्मतिथि के अनुसार रखे पर्स 



हमारे आस-पास जो भी वस्तु या की भी चीज होती है  जिस भी चीज का हम उपयोग करते है  वो हमारे सकारात्मक और नकारात्मक दोनो ही प्रभाव डालती है इसीलिये हमे सोच समझ कर हीउपय़ोग करनी चाहिये इसके साथ ही उसके  रंग आकार को भी ध्यान मे रखना चाहिये।
पर्स भी एक ऐसी वस्तु है जो अधिकतर सभी लोग अपने पास रखते है। पैसो को संभालने के लिए सभी अपने पास पर्स रखते हैं। यदि पर्स जन्म तारिख के मूलांक को ध्यान में रखते हुए रखा जाए, तो कभी भी पैसो की तंगी से जूझना नहीं पड़ेगा। दौलतमंद बनने का ये आसान तरीका आजमा कर देखें-

मूलांक 1- वैदिक अंकशास्त्र के अनुसार किसी भी महीने की 1, 10, 19 व 28 की तारीख पर पैदा होने वाले जातकों का मूलांक "1" होता है।इन जातको को लाल  रंग का पर्स रखना चाहिये। लाल रंग का पर्स शुभता लेकर आएगा, उसमें तांबे का सिक्का भी रख लें तो सोने पर सुहागे का काम करेगा।

मूलांक 2- वैदिक अंकशास्त्र के अनुसार किसी भी महीने की 2, 11, 20 व 29 की तारीख पर पैदा होने वाले जातकों का मूलांक "2" होता है। सफेद रंग का पर्स लकी रहेगा, उसमें चांदी का सिक्का रखें।

मूलांक 3- वैदिक अंकशास्त्र के अनुसार किसी भी महीने की 3, 12, 21 व 30 तारीख पर पैदा होने वाले लोगों का मूलांक "3" होता है। पीले या मेहंदी रंग का पर्स शुभ रहेगा, साथ में सुनहरी फाइल का तिकोणा टुकड़ा भी रख लें।

मूलांक 4- वैदिक अंकशास्त्र के अनुसार किसी भी महीने की 4, 13, 22 या 31 तारीख पर पैदा होने वाले लोगों का मूलांक "4" होता है। ब्राऊन रंग का पर्स अच्छा रहेगा, अपने घर की चुटकी भर मिट्टी साथ रखें।

मूलांक 5- वैदिक अंकशास्त्र के अनुसार किसी भी महीने की 5, 14, या 23 तारीख पर पैदा होने वाले लोगों का मूलांक "5" होता है। हरे रंग के पर्स संग मनी प्लांट की बेल का पत्ता रखें।

मूलांक 6- वैदिक अंकशास्त्र के अनुसार किसी भी महीने की 6, 15 व 24 तारीख पर पैदा होने वाले लोगों का मूलांक "6" होता है। चमक-दमक वाला सफेद रंग का पर्स लकी होगा साथ में एक पीतल का सिक्का रखें।

मूलांक 7- पाइथोगोरियन न्यूमेरोलॉजी के अनुसार किसी भी महीने की 7, 16 व 25 तारीख पर पैदा होने वाले लोगों का मूलांक "7" होता है। बहुरंगा पर्स में मछली का चित्र रखें।

मूलांक 8- पाइथोगोरियन न्यूमेरोलॉजी के अनुसार किसी भी महीने की 8, 17 व 26 तारीख पर पैदा होने वाले लोगों का मूलांक "8" होता है। नीले रंग के पर्स में मोर पंख रखना धन में बढ़ौत्तरी करेगा।

मूलांक 9- भारतीय अंकशास्त्र के अनुसार किसी भी माह की 9, 18 या 27 तारीख पर पैदा होने वाले लोगों का मूलांक "9" होता है। नीले अथवा नारंगी रंग का पर्स अच्छा रहेगा साथ मेंपीतल का सिक्का भी रखें।

जो वस्तु नकारात्मक ऊर्जा फैलाती हैं उन्हें हमारे करीब से हटा देना चाहिए। इनसे हमारे सुख और कमाई पर बुरा प्रभाव पड़ता है। आय बढ़ाने और फिजूल खर्चों में कमी करने के लिए पर्स का वास्तु भी ठीक करने की आवश्यकता है। दैनिक कार्यों में पर्स की महत्ता ज्यादा है, आपके पर्स का आकार, रंग, आपके पर्स में रखे हुए सामान आपके जीवन में होने वाली छोटी से छोटी घटना के सूचक होते हैं।

 Raashi ke Tips