Friday, 17 February 2017

यदि आप मांगलिक हैं तो आजमाएं ये 


जीवन के मंगल दोष को लेकर लोगों में तमाम गलत धारणाएं हैं। यही वजह है कि लोग अक्सर इस दोष के निवारण के लिए उल्टे-सीधे उपाय करने लगते हैं, जिससे समस्याएं कम होने की बजाय कई गुना बढ़ जाती हैं  आइए जानें कि क्या है कुंडली का मंगल दोष और उसके उपाय:

क्या होता है मंगल दोष ?
- मंगल जब कुंडली के लग्न, चतुर्थ, सप्तम, अष्टम या द्वादश भाव में हो तो मंगल दोष होता है।
- मंगल दोष में भी लग्न और अष्टम भाव का दोष ज्यादा गंभीर होता है 
- मंगल एक क्रूर ग्रह है, इसलिए विवाह पर इसका प्रभाव समस्याएं ही बढ़ाता है 
- मंगल दोष होने पर विवाह के मामले में सावधानी रखनी चाहिए.
- अगर मंगल दोष वर-वधू में से किसी एक की कुंडली में है तो दूसरे से तालमेल खराब हो जाता है 

मंगल दोष की मान्यताएं क्या हैं ?
- वैवाहिक जीवन में एक व्यक्ति मंगली हो और दूसरा न हो तो दूसरे की मृत्यु तक हो सकती है 
- पति-पत्नी के बीच में हिंसा हो सकती है 
- पति-पत्नी में से कोई एक मंगली हो तो दूसरा साथी हमेशा बीमार रहता है 
- मंगल दोष के कारण व्यक्ति को सर्जरी और दुर्घटनाओं का सामना करना पड़ सकता है 
- मंगल दोष बड़ी समस्याएं देता है, ये व्यक्ति के जीवन को तहस-नहस कर देता है 

उपाय

1 कार्तिकेय जी की पूजा से भी इस दोष में लाभ मिलता है 
2. प्रतिदिन गणेशजी को गुड़ और लाल फूल चढ़ाएं और पूजा करते हुए 108 बार यह मंत्र पढ़ें ‘ ॐ गं गणपतये नमः’।
3. मंगल यन्त्र की स्थापना करें और मंगल प्रार्थना करें।
4. मंगलवार को सूर्योदय से लेकर अगले सूर्योदय तक का व्रत करें और इस अवधि में सिर्फ फल और दूध ही लें।
5. मंगल चंडिका मंत्र का नियमित जाप करें।
6. प्रतिदिन हनुमान चालीसा पढ़ें। चिड़ियों को मीठा खिलाएं।
7. मंगलवार के दिन व्रत रखकर सिन्दूर से हनुमान जी की पूजा करने और हनुमान चालीसा का पाठ करने से मंगली दोष शांत होता है 

RAASHI KE TIPS

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